Wednesday, 26 September 2018

कुड़मी का इतिहास | पंचकोट  का इतिहास |  चुआड़ विद्रोह | Kudmi Bandhu Tot...




झारखंड राज्य के अस्तीत्व मे आए लगभग सतरह साल हो गये पर आज भी झारखंडी समाज खासकर कुडमी समाज अपने को ठगा महशुस कर रहा है ।झारखंड राज्य का एक तिहाई जनसंख्या वाला कुडमी समूदाय ने झारखंड अलग राज्य की लडाई मे सबसे महत्वपुर्ण भुमिका निभाई ,सबसे अधिक कुर्वानिया दी ,पर उसे मिला क्या ??इसका जवाब आज किसी के पास नही है ।अति हमेशा परिवर्तन की सुत्रपात का कारण बनती है ।आज कुडमी जाती अपने को ठगा महशूस कर रही है ।इस हताशा और रोष ने वौद्धीक वर्ग खाशकर शिक्षक वर्ग को सोचने पर विबस कर दिया है ।आज इसकी एक झलक बोकारो जिला कुडमी शिक्षक समागम मे देखने को मिलि । इस समागम से निकली वैचारीक चिनगारी निश्चित रूप से पुरे झारखंड मे फैलेगी जो झारखंडी समाज मे बहुत बडे परिवर्तन की अगाज का कारण बनेगी ।आज इस समागम मे पहुचे शिक्षको की संख्या देखकर सहज ही कोई भी प्रवुद्ध व्यक्ति सहज ही इसका अनुमान लगा सकता है ।अगर ये आयोजन झारखंडी समाज मे एक सुखद परिवर्तन का कारण बनती है तो निश्चित रूप से ये आयोजन एक ऐतिहासीक आयोजन कहलाएगा ।
🙏🏻जइ हड़ जहार महामाञ जहार बुढ़ा बाबा🙏🏻

देश के प्रथम स्वतंत्रता आंदोलनकारी चुआड़/चुहाड़ (कुड़मी) विद्रोह
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पंचकोट का इतिहास
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History of Kudmi

By:Dr Rakesh Mahto



Tuesday, 25 September 2018

BINOD BIHARI MAHATO KOYLANCHAL UNIVERSITY, DHANBAD (JHARKHAND)

BINOD BIHARI MAHATO KOYLANCHAL UNIVERSITY, DHANBAD (JHARKHAND)

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Binod Bihari Mahto Koylanchal University, Dhanbad was established on 13th November 2017 by the Government of Jharakhand. The University has 10 Constituents and 43 Affiliated College (including B.Ed. Colleges), one Govt. Engineering College and one Govt. Medical College spread in Dhanbad and Bokaro districts of Jharkhand, with its headquarter at Dhanbad. The University offers Undergraduate and Postgraduate courses with 21 Postgraduate Departments, which includes the Department of Management, Education, Mass Communication, Art & Culture, Law, Foreign Languages, Life Science, Computer Science, and Environmental Science & disaster Management.

Sunday, 23 September 2018

धनबाद में विनोद बिहारी महतो कोयलांचल यूनिवर्सिटी जल्द होगी शुरू
इस यूनिवर्सिटी के खुलने से सबसे ज्यादा फायदा धनबाद और बोकारो के छात्र-छात्राओं को होगा.


धनबाद में विनोद बिहारी महतो कोयलांचल यूनिवर्सिटी जल्द शुरू हो जाएगी. नवंबर में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने यूनिवर्सिटी का शिलान्यास किया था. इइस यूनिवर्सिटी के खुलने से सबसे ज्यादा फायदा धनबाद और बोकारो के छात्र-छात्राओं को होगा.


धनबाद में यूनिवर्सिटी की मांग कई सालों के हो रही थी लेकिन इस मांग को पूरा किया मुख्यमंत्री रघुवर दास ने. नवंबर 2017 में मुख्यमंत्री ने यूनिवर्सिटी का शिलान्यास किया


और अब यूनिवर्सिटी इसी सत्र से काम करने लगेगी. साथ ही 2020 तक पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा. 48 कॉलेज इस यूनिवर्सिटी के अधीन काम करेंगे. 

धनबाद में जल्द यूनिवर्सिटी खुलने से सबसे ज्यादा खुशी धनबाद और बोकारो के छात्र-छात्राओं को है. यूनिवर्सिटी खुलने से धनबाद बोकारो के करीब एक लाख छात्र-छात्राओं को फायदा होगा. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कोयलांचल के लोगों से किया वादा पूरा कर दिया है.




Sunday, 16 September 2018

झारखण्‍ड आंदोलन के मसीहा बिनोद बिहारी महतो के निधन एवं प्रभाव :Binod Bihari Mahto Jharkhand

झारखण्‍ड आंदोलन के मसीहा बिनोद बिहारी महतो के निधन एवं प्रभाव :Binod Bihari Mahto Jharkhand






बिनोद बिहारी महतो जब पहली बार सांसद पहुँचे, तो कई काँग्रेस के नेता एवं मंत्री उनसे बात करने के लिए उनके पास गये । श्री नरसिंहा राव उस समय काँग्रेस सरकार के प्रधानमंत्री थे। श्री राजीव गाँधी को लोक सभा चुनाव के दौरान ही प्रचार के समय चिकमंगलूर में हत्या कर दी गई थी। वरना श्री राजीव गाँधी ही पुनः भारत के प्रधानमंत्री बनते । पर ऐसा नहीं हुआ। पर नरसिंहा राव ने झारखण्ड आन्लोलन के विषय में सोचना छोड़ा नहीं था। स्व0 राजीव राजीव गाँधी ने अपने कार्यकाल में “झारखण्ड मामलों से संबंधित समिति” का गठन किया था, जिसका जिक्र हमने पहले ही किया है। इसकी रिपोर्ट जो मई 1990 में तैयार की गई, रखी हुई थी। 1991 में लोक-सभा चुनाव मई तक सम्पन्न हो सका था। राजीव गाँधी के समान ही झारखंड आन्दोलन एवं इसके प्रभावों की जानकारी श्री नरसिंह राव को थी और वे इसे एक मुकाम देना चाहते थे।